भोपाल। मध्यप्रदेश में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर घमासान मचा हुआ है। दिल्ली में सोनिया गांधी से मुख्यमंत्री कमलनाथ की मुलाकात के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों ने अपने नेता को कमान नहीं सौंपने पर पद से इस्तीफे देने की धमकी दी है।
हालांकि दिल्ली में कमलनाथ ने कहा है कि सिंधिया हमारे साथ हैं। इस बीच सिंधिया समर्थकों ने अपने नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग को लेकर प्रदेश कांग्रेस दफ्तर पर प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की। उधर, ज्योतिरादित्य सिंधिया का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें उनके द्वारा कहे गए 'शे"र" के राजनीतिक मतलब निकाले जा रहे हैं।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पद को लेकर ग्वालियर-चंबल अंचल में सिंधिया समर्थक इस्तीफे की पेशकश कर पार्टी पर दबाव बनाने में जुटे हैं। मुरैना के कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश मावई और दतिया में कांग्रेस के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष अशोक दांगी ने 500 समर्थकों के साथ पार्टी से इस्तीफा देने की धमकी दी है।
दांगी ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को जानबूझकर प्रदेश की राजनीति से दूर किया जा रहा है। इसके पीछे पार्टी के ही कुछ नेता हैं। सिंधिया को महाराष्ट्र की जगह मध्य प्रदेश की सत्ता और संगठन की बागडोर सौंपी जाए। इसके लिए वे कांग्रेस के 500 समर्थकों के साथ दिल्ली जाकर प्रदर्शन करेंगे।
कमलनाथ ने दिल्ली में शुक्रवार को सोनिया गांधी से मुलाकात की। इस मुलाकात में मध्य प्रदेश कांग्रेस संगठन को लेकर बातचीत हुई, जिसमें प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) अध्यक्ष का जल्द फैसला करने पर जोर दिया। मुख्यमंत्री ने दिल्ली में पत्रकारों से चर्चा में कहा कि उन्हें लोकसभा चुनाव तक मुख्यमंत्री के साथ पीसीसी अध्यक्ष का दायित्व संभालने को कहा गया था।
मैं खुद चाहता हूं कि नए अध्यक्ष का फैसला जल्द से जल्द हो। प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में शामिल ज्योतिरादित्य सिंधिया की नाराजगी को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कमलनाथ ने कहा कि सिंधिया की कोई नाराजगी नहीं है। वे पूरी तरह से हमारे साथ हैं।
इस बीच सिंधिया के पुत्र के फेंस क्लब के फेसबुक पेज पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया यह शे"र कहते हुए सुने जा सकते हैं- आंधियों को जिद है जहां बिजली गिराने की, हमारी भी जिद है वहीं आशियां बनाने की, उसूल पर आंच आए तो टकराना जरूरी है, जिंदा हो तो जिंदा नजर आना जरूरी है। उनके विराधी गुट द्वारा इसे उनकी चेतावनी के रूप में प्रचारित किया जा रहा है। हालांकि सिंधिया समर्थक फेसबुक आईडी को फर्जी बता रहे हैं और कह रहे हैं कि वह पुराना है।
बाबरिया को हटाने की अटकलें
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए अध्यक्ष के मामले में प्रदेश के दिग्गजों के बीच एकराय नहीं बनने से फैसला होने के आसार नहीं हैं। इस बीच एआईसीसी महासचिव व प्रदेश प्रभारी महासचिव दीपक बाबरिया के हाईकमान को रिपोर्ट सौंपने के बयानों के बाद अब उनके ही बदले जाने की अटकलें शुरू हो गई हैं।
सूत्र बताते हैं कि नए प्रदेश प्रभारी के रूप में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण और मुकुल वासनिक जैसे नेताओं के नाम भी सोशल मीडिया पर चल रहे हैं। वहीं, बाबरिया ने नईदुनिया से चर्चा में कहा है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
उधर, पीसीसी के नए अध्यक्ष के लिए तीन मंत्रियों बाला बच्चन, उमंग सिंघार, ओमकार सिंह मरकाम जैसे आदिवासी नेताओं के नामों के साथ बिसाहूलाल सिंह का नाम भी सामने आया है। बिसाहूलाल सिंह ने नईदुनिया से चर्चा में कहा है कि प्रदेश में 31 आदिवासी विधायकों की बैठक में नए पीसीसी अध्यक्ष के लिए उनके नाम पर सहमति दी गई।