चीन-पाकिस्तान की नापाक चाल से निपटने के लिए भारतीय सेना यानी वायु सेना थल सेना और नौसेना एक साथ मिलकर सरहद की निगरानी करेगी। थिएटर कमांड का मतलब है कि किसी भी सीमा पर जमीन से लेकर आसमान तक सारे फैसले एक ही कमांडर लेंगे यानी थल वायु और नौसेना के लिए एक ही कमांडर होगा। जानकारी के मुताबिक देश में तीन कमान बनाए जाएंगे
देश में तीनों सेनाओं के बीच तालमेल को और बेहतर बनाने के लिए मोदी सरकार ‘इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड’ बनाने पर जोर दे रही है। थिएटर कमांड का मतलब है कि किसी भी सीमा पर जमीन से लेकर आसमान तक सारे फैसले एक ही कमांडर लेंगे, यानी थल, वायु और नौसेना के लिए एक ही कमांडर होगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना के तीनों अंगों थलसेना, नौसेना और वायु सेना के शीर्ष कमांडरों को संबोधित करते हुए कहा कि शांति बनाए रखने के वास्ते सेना के जवानों को जंग के लिए तैयार रहने की जरूरत है। उन्होंने रूस-यूक्रेन और युद्ध बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि सेना को किसी भी विकट परिस्थिति से लड़ने के लिए तैयार रहने की जरूरत है।
कैसी थिएटर कमांड करेगी काम?
बता दें कि थिएटर कमांड (Joint Theatre Commands) का मसौदा पूरी तरह तैयार है, बस सरकार की मंजूरी का इंतजार है। हर कमांड की लीडरशिप आर्मी, एयर फोर्स या नेवी के थ्री स्टार अफसर करेंगे और सभी थिएटर कमांड की अगुवाई चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ करेंगे।
सेना प्रमुख जनरल अनिल चौहान ने चीन, पाकिस्तान और हिंद महासागर क्षेत्र के लिए अलग-अलग कमांड और कंट्रोल सिस्टम के साथ एक खाका तैयार किया है। यह कमांड एक सीमा-एक कमान के सिद्धांत पर काम करेंगी यानी हर कमांड के पास एक सीमा की पूरी जिम्मेदारी होगी।
बनेंगे देश में तीन कमान
- कुल 3 इंटीग्रेटेड थियेटर कमान यानि ITC बनेंगी। वहीं, हर कमान को एक सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी जाएगी।
- एक कमान पाकिस्तान के लिए, एक चीन की सीमा के लिए और एक समुद्र की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी जाएगी।
- पहली कमान दक्षिण-पश्चिम ITC होगी जो पाकिस्तान की सीमा की जिम्मेदारी लेगी।
- कच्छ के रण से लेकर लद्दाख तक की पाकिस्तानी सीमा की जिम्मेदारी इसी कमान की होगी।
- चीन की सीमा के लिए एक उत्तरी इंटीग्रेटेड थियेटर कमान बनेगी, जिसका मुख्यालय लखनऊ होगा।
- लखनऊ इस समय भारतीय सेना की सेंट्रल कमान का मुख्यालय है, जिसे बदलकर थियेटर कमान बना दिया जाएगा।
- लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक की पूरी चीनी सीमा की जिम्मेदारी इसी कमान की होगी।
- तीसरी कमान समुद्री सुरक्षा के लिए बनाई जाएगी, जिसका मुख्यालय तिरुवनंतपुरम में होगा।
चीन ने साल 2016 में ही थियेटर कमान बना दिया है। ड्रैगन ने पांच थियेटर कमान बनाए हैं। हर कमान के पास एक देश की सीमा की जिम्मेदारी है। भारतीय सीमा की जिम्मेदारी चीनी सेना की पश्चिमी थियेटर कमान को दी गई है।